Monday, May 6th, 2024

एफआईआर में दर्ज एमसीयू के आधा दर्जन प्रोफेसरों के नाम हटाएगा ईओडब्ल्यू 

भोपाल
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में भर्ती घोटाले को लेकर पूर्व कुलपति बृजकिशोर कुठियाला और पूर्व रजिस्ट्रार संजय द्विवेदी सहित 18 लोगों पर ईओडब्ल्यू में एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर होने के बाद ईओडब्ल्यू ने अपनी आगामी कार्रवाई भी तेज कर दी है। इसके तहत विवि प्रबंधन से सभी अरोपियों के संबंध में दस्तावेज मंगा लिए गए हैं। दस्तावेजों की छानबीन करने के बाद एफआईआर से करीब आधा दर्जन प्रोफेसरों के नाम एफाआईआर से काटे जाएंगे। 

एमसीयू के बीस लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें से आधा दर्जन प्रोफेसरों के नाम एफआईआर से काटे जाएंगे। क्योंकि उनकी नियुक्ति के संबंध में हाईकोर्ट में प्रकरण लंबित है। इसलिए ईओडब्ल्यू अपनी एफआईआर से उन प्रोफेसरों के नाम हटाएगा। ईओडब्ल्यू ने तर्क दिया है कि जिन प्रोफेसरों के खिलाफ हाईकोर्ट में प्रकरण लंबित हैं। वे उनके खिलाफ उसी प्रकरण में एफआईआर दर्ज कर विवेचना कैसे कर सकता है। इसलिए उनके नाम एफआईआर से हटाए जाएंगे। इनमें अनुराग सीठा, पवित्र श्रीवास्तव, अरुण कुमार भगत, संजय द्विवेदी, कंचन भाटिया और कपिल राज चंदोरिया हैं। वहीं दूसरी तरफ एमसीयू में कुछ और प्रकरणों को लेकर पृथम से एफआईआर दर्ज हो सकती है। ईओडब्ल्यू ने एमयूसी प्रबंधन को 15 दिन का समय देकर पूर्व कुलपति कुठियाला सहित 19 प्रोफेसरों के दस्तावेज मंगा लिए हैं। इसमें उनके नियुक्ति संबंधी समस्त दस्तावेजों के साथ हाईकोर्ट में विचरणीय प्रकरणों की जानकारी तक शामिल है। समस्त दस्तावेज प्रस्तुत होने के बाद ईओब्ल्यू उनकी विवेचना शुरू करेगा। 

माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय में घोटालों और गड़बड़ियों की जांच कर रही समिति के पास 181 शिकायतें पहुंची थीं। उक्त शिकायतों में भोपाल, नोएडा परिसर में हुई नियुक्तियां, बिखनखेड़ी में विश्वविद्यालय के नये कैंपस निर्माण, विश्वविद्यालय के नाम पर की गई तमाम खरीदी और लोगों को उपकृत और स्टडी सेंटर खोलने में हुई धांधली करने जैसे मामले सामने आए थे। उनकी जांच करने 19 जनवरी को जनसंपर्क विभाग के एसीएस एम गोपाल रेड्डी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति बनायी गयी थी। इसमें संदीप दीक्षित और भूपेंद्र गुप्ता शामिल थे। समिति ने एमसीयू में 2003 के बाद की गई सभी नियुक्तियों सहित विश्वविद्यालय में विभिन्न स्त्रोतों से आई शिकायतों की जांच की है। उनकी जांच रिपोर्ट के आधार पर ईओडब्ल्यू ने पूर्व कुलपति बृज किशोर कुठियाला सहित 20 प्रोफेसरों पर एफआईआर दर्ज की है। 

इनके खिलाफ हुई थी एफआईआर
अनुराग सीठ, पी शशिकला, पवित्र श्रीवास्तव, अविनश वाजपेयी, अरुण कुमार भगत, संजय द्विवेदी, मोनिका वर्मा, कंचन भटिया, मनोज कुमार पचारिया, आरती सारंग, रंजन सिंह, सुरेंद्र पाल, सौरभ मालवीय, सूर्य प्रकाश, प्रदीप डेहरिया, सतेंद्र कुमार डेहरिया, गजेंद्र सिंह अवस्या, कपिल राज चंदोरिया, रजनी नागपाल।  
 

Source : MP Education

संबंधित ख़बरें

आपकी राय

15 + 3 =

पाठको की राय